कालसर्प दोष एक ज्योतिषीय ग्रह दोष है जो व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार की परेशानियों का कारण बन सकता है। जिसमें कुंडली में राहू और केतु नामक दो ग्रहों की दशा और गोचर दोष होता है। इसे दूर करने के लिए विशेष पूजा विधि होती है, जो कालसर्प दोष निवारण पूजा के नाम से प्रसिद्ध है। इस ब्लॉग में, हम भारत में कुछ सिद्ध स्थानों के बारे में चर्चा करेंगे जहां लोग इस दोष को निवारण के लिए पूजा करते हैं।

त्र्यम्बकेश्वर, महाराष्ट्र:
त्र्यम्बकेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है और यहां पर कालसर्प दोष निवारण के लिए एक प्रसिद्ध मंदिर है। मंदिर का संबंध महाभारत के कथा से है, जहां पंडवों ने भगवान शिव की पूजा कर इस स्थान पर रुका था। यहां पर भगवान शिव के एक विशेष रूप, त्र्यम्बकेश्वर, की पूजा की जाती है, जिससे कालसर्प दोष का निवारण किया जा सकता है।
कुक्केश्वर, उत्तराखंड:
कुक्केश्वर भगवान शिव का एक प्रमुख तीर्थस्थल है और यहां पर भी कालसर्प दोष निवारण के लिए पूजा की जाती है। यह स्थान हिमालयी पर्वत श्रृंग में स्थित है और अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी प्रसिद्ध है। कुक्केश्वर में भगवान शिव के एक विशेष मंदिर के अलावा, कुंडली में राहू-केतु के दोष को निवारण करने के लिए भगवान शिव की एक अलग विग्रह भी है।
श्रीकाकुलेश्वर, ओडिशा:
श्रीकाकुलेश्वर ओडिशा के पूरी जिले में स्थित है और यह एक और प्रसिद्ध कालसर्प दोष निवारण स्थल है। मंदिर में भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ, कालसर्प दोष को निवारण के लिए विशेष रूप से पूजा की जाती है। यहां के मंदिर का वास्तुकला में भी अद्भुतता है, जो इस स्थान को और भी आकर्षक बनाती है।
त्रंबकेश्वर, गुजरात:
गुजरात के त्रंबकेश्वर नगर नामक स्थान पर भी एक प्रसिद्ध कालसर्प दोष निवारण मंदिर है। यहां पर भगवान शिव के मंदिर में राहू-केतु के दोष को दूर करने के लिए विशेष पूजा विधि का पालन किया जाता है। गुजरात के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में यह स्थान भी महत्वपूर्ण है।
कालहस्ती, आंध्र प्रदेश:
कालहस्ती आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है और यह एक प्रसिद्ध वैदिक तीर्थस्थल है जो कालसर्प दोष निवारण के लिए जाना जाता है। यहां पर भगवान शिव के मंदिर के साथ-साथ, राहू और केतु की पूजा भी की जाती है। इस स्थान का माहत्व वैदिक ग्रंथों में भी उल्लेखित है जिससे इसे कालसर्प दोष के निवारण के लिए जाना जाता है।
उज्जैन, मध्य प्रदेश:
कालसर्प दोष निवारण पूजा करने के लिए उज्जैन एक बहुत सिद्ध स्थान है, उज्जैन भारत में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक विश्वासों से जुडा हुआ हैं। यहां लोग विश्वास करते हैं कि ये स्थान उनके जीवन में आने वाली चुनौतियों को सुलझाने में मदद कर सकते हैं और उन्हें सुख-शांति दे सकते हैं। धार्मिक दृष्टिकोन से उज्जैन में काल सर्प दोष पूजा का महत्व अपार है, और लोग यहां भगवान की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए आते हैं।
उज्जैन में काल सर्प दोष पूजा के अलाबा मंगल दोष निवारण पूजा एवं महा मृत्युंजय मंत्र जाप पूजा भी होती है, kaal sarp dosh ujjain अथवा mangal dosh puja ujjain में करने से पहले, विशेषज्ञ ज्योतिषियों से संपर्क करना अच्छा रहेगा। वे आपको सही और व्यक्तिगत सलाह देने में सक्षम होंगे और आपको आपकी समस्या का समाधान प्रदान करेंगे।